16 special plan for farmers in Budget 2020-21


1. उन राज्य सरकारों को प्रोत्साहन देना जो आधुनिक कानूनों को बढ़ावा देते हैं जैसे- कृषि उपज की विपणन, ठेके पर खेती जैसे कानून को अमल में लाना शामिल है।

2. जल संकट बड़ी चुनौती है। हम पानी की किल्लत से जूझ रहे 100 जिलों पर ध्यान देंगे। वहां भूजल स्तर बढ़ाने और जल संचयन पर जोर दिया जाएगा।

3.अन्नदाता ऊर्जादाता भी ३. बने। हमारी सरकार उर्वरकों के संतुलित इस्तेमाल को बढ़ावा देगी। रासायनिक उर्वरकों के जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल को रोका जा सकेगा।

4. लाख किसानों को सोलर पंप लगाने में सरकार मदद करेगी। अगर किसानों के पास खाली या बंजर जमीन है तो वे सौर ऊर्जा उत्पादन यूनिट लगा सकेंगे।

5. भारत के पास 162 मीट्रिक टन कोल्ड स्टोरेज की क्षमता है। हम ब्लॉक और तालुका स्तर पर भंडार गृह बनाने को बढ़ावा देंगे। फूड कॉर्पोरेशन अपनी जमीन पर भी कोल्ड स्टोरेज बनाएंगे।

6. स्वयं सहायता समूहों- खासकर महिला स्वयं सहायता समूह योजना के जरिए विलेज स्टोरेज को बढ़ावा दे सकेंगी। वे बीजों का संग्रह करेंगी।

7. भारतीय रेलवे किसान रेल चलाएगी। वे ट्रेनों के भीतर कोल्ड चेन स्टोरेज की। व्यवस्था करेंगी। रेलवे जल्द | खराब होने वाले सामान के दूसरे स्थानों पर पहुंचाने के लिए किसान रेल की मदद लेगा।


8. कृषि उड़ान की भी शुरुआत होगी। उड्डयन मंत्रालय के जरिए होगा। इससे पूर्वोत्तर और आदिवासी इलाकों से कृषि उपज को कम समय में बाजार तक पहुंचाया जा सकेगा

9. बागवानी में अभी ज्यादा - ध्यान देना है। हम इसे क्लस्टर में बांटकर एक जिले में एक उत्पाद को बढ़ावा देंगे, ताकि किसानों को इसका बेहतर दाम और बाजार मिल सके।


10. फाइनेंसिंग ऑन नेगोशिएबल वेयरहाउसिंग रिसीप्ट पर ध्यान देंगे। इसके तहत ग्रामीण स्तर पर ऐसे भंडारण गृह के लिए ऋण सहायता मुहैया कराई जाएगी।

11. इंटिग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम को बढ़ावा देंगे। जीरो बजट फार्मिंग और जैविक खेती को बढ़ावा देंगे, ताकि कृषि में लागत कम करके उसे ज्यादा प्रतिस्पर्धी बनाया जा सके।

12. नॉन बैंकिंग फाइनेंस 14 कंपनियां अभीकृषि क्षेत्र में सक्रिय हैं। नाबार्ड स्कीम को विस्तार दिया जाएगा। 2021 में 15 लाख करोड़ रुपए कृषि ऋण के लिए रखे गए हैं।


13. पशुधन की बीमारियां खत्म करेंगे। मनरेगा का इसमें इस्तेमाल करेंगे। दुग्ध प्रसंस्करण क्षमता को को दोगुना करेंगे। इसे 53 लाख मीट्रिक टन से 108 लाख मीट्रिक टन करेंगे।

14. नीली क्रांति के तहत समुद्री मत्स्य संसाधनों के प्रबंधन के
लिए एक ढांचा स्थापित किया जाएगा। समुद्र में मछुआरों की सुरक्षा, सुस्थिरता और उत्तरदायी समुद्री मत्स्य पर फोकस होगा।

15. 2023 तक मछली उत्पादन 200 लाख टन तक बढ़ाएंगे। मत्स्य पालन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए 3477 सागर मित्रों व 500 मत्स्य उत्पादक संगठनों को जोड़ा जाएगा।

16.दीनदयाल अंत्योदय योजना - के तहत स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा दिया जाएगा।

Comments

Popular posts from this blog

भोजन और उसके कार्य Food and its functions

मैसूर और हैदराबाद राज्य निर्माण की प्रक्रिया

चिश्ती सिलसिले की लोकप्रियता के मुख्य कारण 'Takeknowledge